बद्रीनाथ धाम के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू, बसंत पंचमी पर तय होगी कपाट खुलने की तिथि
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उत्तराखंड। जोशीमठ बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रकिया शूरू हो गयी। डिमरी पुजारी गाडू घडी पाण्डूकेशर से पहुँच गये है । जहा से नृसिंह मंदिर डिम्मर के लिए प्रस्थान करेगी। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि वसंत पंचमी को तय करने की परम्परा है। जिसके तहत आज सोमवार को डिमरी पुजारी गाडू घङा को लेने कल लिए जोशीमठ नृसिंह मंदिर से पांडुकेश्वर योग ध्यान बदरी मन्दिर पहुंचे , आज योग ध्यान बदरी मन्दिर में विशेष पूजा अर्चना के बाद नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुचे।
जोशीमठ पहुचने पर मन्दिर समिति व स्थानीय लोगों ने स्वागत किया , इसके बाद गाडू घड़ा का विशेष पूजा अर्चना के बाद भोग लगने के बाद डिम्मर गांव के लिए रवाना हुई, बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि गाडू घडे की उपस्थिति मे टिहरी नरेश के राज दरबार नरेन्द्रनगर मे राज पुरोहितो द्ववारा पंचांग देखकर भगवान बदरीनाथ की कपाट खुलने की तिथि तय की जाती है।
डिम्मर गाव के लक्ष्मीनारायण मंदिर मे पूजा अर्चना कर रात्रि विश्राम करेगे। लक्ष्मी नारायण मंदिर मे तीन दिनो तक रुकने के बाद 4 फरवरी को डिम्मर से प्रस्थान कर ॠषिकेश होते हुए नरेंद्र नगर टिहरी नरेश के राज दरबार मे पहुचेगे जहा गाडू घडे की उपस्थिति मे वसंत पंचमी के पर्व पर बद्रीनाथ के कपाट खुलने की तिथि घोषित होगी।भुवन चंद्र उनियाल धर्माधिकारी बदरीनथ धाम का कहना है कि बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
सोमवार को पांडुकेश्वर मंदिर में पूजा और प्रसाद तत्पश्चात जोशीमठ नरसिंह मंदिर में और यहां की पूजा के बाद गाडू घड़ी तेल कलश यहां से डिमर के लिए रवाना हुआ, 4 फरवरी ऋषिकेश और 5 तारीख बसंत पंचमी के दिन गाडू घडी राज दरवाजा के यहां पहुंचेगी और कपाट खुलने का दिन तय होगा इसके साथ ही 2022 का यात्रा का भी शुभारंभ हो जाएगा।
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