हिमाचल के वॉलीबाल खिलाड़ी को राष्ट्रिय सूची से बाहर किये जाने पर चयन समिति पर उठे सवाल
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हिमाचल। बद्दी के संडोली निवासी वॉलीबाल खिलाड़ी शंकर का भुवनेश्वर में होने वाली राष्ट्रीय वॉलीबाल प्रतियोगिता ऐन मौके पर नाम काटकर पंजाब के खिलाड़ियों को जगह देने से चयन समिति पर सवाल उठे हैं। अपने कोच पर उसकी अनदेखी कर पंजाब के खिलाड़ी को जगह देने का आरोप लगाया है। खिलाड़ी ने वॉलीबाल एसोसिएशन के पदाधिकारियों से लिखित शिकायत की है। गुरुवार को उन्हें भुवनेश्वर जाना था, लेकिन रवाना होने से कुछ घंटे पहले फोन पर टीम से बाहर करने की सूचना दी गई। शंकर ने बताया कि दिसंबर में राज्य स्तरीय सीनियर वॉलीबाल प्रतियोगिता सिरमौर के राजगढ़ में हुई।
यहां उनकी टीम क्वार्टर फाइनल में हार गई, लेकिन चयनकर्ताओं ने उनका चयन राष्ट्रीय स्तर के लिए किया। उसी हिसाब से तैयारी करवाई गई। बाकायदा, किट भी उपलब्ध कराई गई। शंकर को शाम आठ बजे कालका से रेल पकड़नी थी, लेकिन 11 बजे फोन पर सूचना दी गई कि उनका नाम चयन सूची से कट गया है। शंकर ने आरोप लगाया कि टीम में पंजाब के दो खिलाड़ी खिलाए जा रहे हैं। अपने राज्य के खिलाड़ियों की अनदेखी हो रही है। उन्होंने इस बारे में वॉलीबाल एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव जगीर सिंह रंधावा से शिकायत की है।
उन्हें हैरानी इस बात की है की उनका नाम सूची से कैसे काट दिया गया। शंकर ने कोच पर बाहरी राज्यों के खिलाड़ियों के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया है। उधर, वॉलीबाल एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव और राष्ट्रीय संयुक्त सचिव जगीर सिंह रंधावा ने बताया कि उन्हें वॉलीबाल खिलाड़ी शंकर ने फोन पर सूचित किया है। उन्होंने टीम में पंजाब के दो खिलाड़ियों विनय और अंकुश को खेलाने की बात कही है। शंकर का चयन हुआ था, लेकिन कोच ने अपनी मर्जी से बाहर के खिलाड़ी डाल दिए हैं। लिखित शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सहजल को भी अवगत करवा दिया है।
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