हिल स्टेशनों में पारा मैदान से 15 डिग्री तक कम
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देहरादून। भीषण गर्मी का कहर एक बार फिर शुरू हो गया है। मैदानी क्षेत्रों में चिलचिलाती धूप के साथ उमस भरी गर्मी पड़ने से लोग बेचैन हैं। आने वाले दिनों में राहत मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। लेकिन कुमाऊं के हिल स्टेशनों में राहत होने के साथ ही मैदानी इलाकों के मुकाबले अधिकतम तापमान करीब 15 डिग्री सेल्सियस तक कम है। वहीं रात के समय पारा 20 डिग्री सेल्सियस के नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है।
देहरादून और हरिद्वार की बात करें तो गर्मी के इस सीजन यहां पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। हालांकि मई के शुरुआती हफ्ते पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते हुई बारिश से पारे में गिरावट हुई थी। लेकिन बीते तीन दिनों से तापमान फिर बढ़ रहा है। सोमवार को देहरादून में तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस और हरिद्वार में 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, मसूरी में दिन का पारा 27.31 डिग्री और सीमांत क्षेत्र औली में 22.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी से मैदान और पहाड़ी क्षेत्रों के मौसम में अंतर का अहसास किया जा सकता है। वहीं देश की राजधानी दिल्ली सहित भट्टी की तरह तपते अन्य शहरों की तुलना में उत्ताखण्ड के हिल स्टेशन काफी राहत देने वाले हैं।
हिल स्टेशनों में औली सबसे सर्द :
मंडल के प्रमुख हिल स्टेशन मैदानों की तुलना में काफी ठंडे हैं। लेकिन नैनीताल और मुक्तेश्वर से भी ज्यादा पिथौरागढ़ जिले का मुनस्यारी सबसे ज्यादा सर्द है। सोमवार को यहां अधिकतम तापमान 22.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां लोग अभी भी गर्म कपड़े पहन रहे हैं। इधर, कुमाऊं के नैनीताल, मुक्तेश्वर, कौसानी और रामगढ़ क्षेत्र में थोड़ी सी बारिश होने पर ठंड हो जा रही है।
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