बर्फबारी से रास्ते बंद, कडाके की ठंड में पैदल लौटे पर्यटक
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औली में रविवार को 27 रोप-वे कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव
चमोली। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाको में हुई बर्फबारी के बाद भारी मात्र में सैलानी बर्फ देखने पहुँच रहे है।लेकिन बर्फबारी के चलते कई दिक्कतों के सामना भी पर्यटकों को करना पड़ता है। बर्फबारी देखने के लिए औली पहुंचे पर्यटकों को भारी बारिश और बर्फबारी के चलते परेशानी का सामना करना पड़ा। बर्फबारी के बाद जोशीमठ-औली मोटर मार्ग बंद पड़ा है। इस मार्ग पर सिर्फ जिप्सी का ही संचालन हो पा रहा है।
भारी बर्फबारी के चलते रोड बंद रही जिस वजह से औली घूमने आए 100 से अधिक पर्यटक सोमवार को पूरे दिन परेशान रहे। कई पर्यटक दिनभर जिप्सी का इंतजार करते रहे। लेकिन कुछ भी साधन न मिलने के बाद कुछ पर्यटक पैदल ही जोशीमठ के लिए रवाना हो गए।
बर्जफबारी के साथ साथ कोरोना भी भारी मात्रा में फ़ैल रहा है।औली में रविवार को 27 रोप-वे कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गये थे जिसके बाद से रोपवे के संचालन को बंद कर दिया गया।रोप-वे सेवा बंद होने से पर्यटकों को औली के दस नंबर टावर से जीएमवीएन गेस्ट हाउस तक करीब एक किलोमीटर की दूरी बर्फ में पैदल ही नापनी पड़ी। टीवी टावर से आगे बर्फ और पाला गिरने से सड़क पर फिसलनहोती है। जिससे वाहनों का संचालन नहीं हो पा रहा है। इस सड़क पर सिर्फ मोटे टायर वाली जिप्सी का ही संचालन हो पाता है । जिप्सियों की संख्या सीमित होने की वजह से कई पर्यटकों को बारिश-बर्फबारी और कड़ाके की ठंड के बीच पैदल चलकर जोशीमठ जाना पड़ा।
रोप-वे के 27 कर्मचारियों के एक साथ कोरोना पॉजिटिव मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। सोमवार को प्रशासन की ओर से पूरे रोप-वे परिसर और रोप-वे को सैनेटाइज किया गया। संक्रमण के खतरे को देखते हुए औली में रोप-वे और चेयर लिफ्ट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। चमोली में औली के अलावा रुद्रनाथ, लाल माटी, नंदा घुंघटी, फूलों की घाटी, गौरसों बुग्याल सहित नीती और माणा घाटी में जमकर बर्फबारी हुई है। जिले में 80 से अधिक गांव बर्फ से ढक गए हैं।
प्रशासन सैलानी और पर्यटकों को घुमने के साथ सावधानी बरतने की भी सलाह दे रहा है । बढ़ते कोरोना के बीच लोगो को मास्क पहनने और सामजिक दुरी बनाने की हिदय्त्दी जा रही है ।
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